परचून की दुकान !
24 मार्च 2011
ऐसा है शायद !
जितना मैं सीखूंगा उतना मैं बोलूँगा
ऐसा नही है शायद !
जितना मैं सीखूंगा उतना मैं और सीखूंगा
ये भी जरूरी नहीं शायद !
जितना मैं महसूस करूँगा उतना मैं और महसूस करूँगा
ऐसा है शायद !
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