परचून की दुकान !
25 अक्तूबर 2009
एक शेर
तेरे घर से मेरा घर बहुत दूर तो नही लेकिन,
तेरे दिल से मेरे दिल की दूरियों का क्या ?
1 टिप्पणी:
Shivdev Singh
ने कहा…
maje aay gaye..bahut accha likha hai naimi..keep it up !!
अक्तूबर 26, 2009
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1 टिप्पणी:
maje aay gaye..bahut accha likha hai naimi..keep it up !!
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